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अनेक प्रकार के विचारो को एक सूत्र में बाधना या उनकी सक्रियता को सीमित करना वास्तव में किसी हद तक ये अध्यात्म है।
कल्पना ,स्म्रति और विचार मस्तिस्क की एक विशेष् अवस्था है जो मस्तिस्क को पूरी तरह सक्रिय बनाये रहती है पर इस पर नियंत्रण ये अध्यात्म है या निर्वात है जहाँ मस्तिस्क की सक्रियता शून्य हो।विचार रहित हो।शायद सैद्धान्तिक तोर पर ब्लैक होल ,मस्तिस्क की इस विशेष् अवस्था के निकट है ।
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