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बींगस में एजिंग का होना बायोलॉजिल प्रोसेस है ? या नेचरल प्रोसेस है ? या मेन्टल प्रोसेस हैं जिसके कारण बींगस में एजिंग होती है ? और वे किसी विशेष उम्र के बाद बूढे होने लगते हैं और समय के साथ साथ मरने लगते हैं ।
जबकि ह्यूमन या अन्य बींगस सिर्फ बायोलॉजिकल लाइफ नहीं जीते हैं ? वे सभी फिजिकली बायोलॉजिकल होते हैं और मेंटली (सेंसुअल) टेरेस्ट्रियल होते हैं जबकि वे सभी बायोलॉजिकली और सेंसुअली इन दोनो के विशेष कोम्बिनेसन के द्ववारा लाइफ जीते है और बींगस में जिनमे स्पेसिफिक ह्यूमन बींग अपनी लाइफ को दो तरह से जीते है फिजिकल लाइफ एवं मेन्टल लाइफ ,
इसलिए सिर्फ बायोलॉजिक फेक्टर्स के कारण किसी बींगस में “एजिंग” के सिम्टम्स दिखते हैं और किसी बींगस का एक समय के बाद डीकम्पोजिसन हो यह पूरी तरह लॉजिकल नहीं हो सकता है ? क्योंकि बीगस की बायोलॉजिकल बॉडी सिर्फ मेकेनिज्म के लिए फूड्स ,वाटर और ऑक्सीजन पर निर्भर होती है तथा उसमे ऑक्सीजन(रेस्पिरेसन) एक ऐंसा फेक्टर होता है जो किसी भी बींगस बॉडी के लिए एयर (ऑक्सीजन)इन्हेल करना ऑटोमेटिक होता है जबकि फूड्स और वाटर किसी भी बींगस बॉडी के लिए सेमी-ऑटोमेटिक है जिसके लिए किसी भी बीगस को उसका अपने फिजकल और मेन्टल मैनेजमेंट (एक्सन) पर निर्भर होना जरूरी होता है क्योंकि सिर्फ ऑक्सीजन या वाटर या फूड्स में से किसी एक फेक्टर्स से बींगस बॉडी , बायोलॉजिकली सर्वाइव नही कर सकती है और ना ही मेन्टल एक्सन के बिना ह्यूमन बींग अपनी लाइफ सर्वाइव कर सकता है ।
जबकि ह्यूमन या अन्य कोई भी बींगस एनर्जी के लिए जो फूड्स बॉडी में लेते है वे सभी किसी न किसी तरह से सेमी-नेचरल होते हैं या नेचरल होते है और वे सभी किसी न किसी रूप में कभी न कभी डीकम्पोज होते हैं सिर्फ ऑक्सीजन और वाटर में बायोलॉजिकल डीकम्पोजिसन नहीं होता है क्योंकि वे नेचरल फेक्टर्स हैं उनमे रिसाइकलिंग प्रोसेस होती है ।
जबकि ह्यूमन बींग में फलीलिंग्स का जनरेसन मेंटली होता है जो उसमे उसके बॉडी सेन्स जनरेट करते हैं और फीलिंग्स के जनरेट होने से ह्यूमन बींग टेरेस्ट्रियल बींग बनता है ।
परंतु एजिंग किसी भी बींगस में एक ऐंसी प्रोसेस है जो उसके जन्म लेने से प्रारम्भ हो जाती है और वह प्रोसेस उसके डीकम्पोज होने तक बनी रहती है जबकि एजिंग किसी भी बींगस में किसी उम्र विशेष में अचानक पैदा नहीं होती है ।
हलाकि कुछ बायोलॉजिकल्स फेक्टर हो सकते हैं ? जिस के कारण बींगस में एजिंग हो सकती है ? या अनबायोलॉजिकल फेक्टर्स भी हो सकते हैं ? जिनके प्रभाव से बींगस ने एजिंग हो सकती है ?
क्योंकि बींगस मेन्टल और फिजिकल लाइफ सर्वाइव करता है यधपि वह सिर्फ फिजिकल नही है या वह सिर्फ मेन्टल नही है ।
(i) कुछ सिंगल सेल ऑर्गेनिज्म है जो इम्मोर्टल है जैसे एल्गी ,प्रोटोजोआ एवम् कुछ प्लांट्स हैं जो इम्मोर्टल हैं
हलाकि बायोलॉजिकल फेक्टस हो सकते हैं
जैसे RNA इंटरफेरेनस , केलोरिक रेस्ट्रिक्सन और ग्रोथ हॉर्मोन जिनके कारण ह्यूमन बींग में एजिंग के कारण हो सकते है
परंतु किसी भी बींगस में एजिंग उसका इनेट फीचर है वह उसमे अचानक उभर के नही आता है यदि RNA इंटेरफेरेंस या HGH को एक कारण मान लेते है

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